टॉप के आवश्यक सॉफ़्टवेयर फोकट में …..
विन्डोज़ के लिए बहुत से फोकटी जुगाड़ उपलब्ध हैं जो कि एकदम टका-टक चलते हैं। आईये देखें आवश्यक कामों को अंजाम देने वाले इन फ्री के जुगाड़ों को:
एन्टीवॉयरस सॉफ़्टवेयर (Anti-Virus Software) :
अवास्ट होम एडिशन (avast! 4 Home Edition): यह गैर व्यापारिक और निजी प्रयोग (non-commercial & personal use) के लिए मुफ़्त है, इसको प्रयोग करने की ये दोनों शर्ते माननी आवश्यक हैं। इस मुफ़्त वर्ज़न का 60 दिन का ट्रायल मिलता है, इसके लिए फोकट में लाइसेन्स इसकी वेबसाइट पर रजिस्टर करने से मिल जाता है जो कि एक वर्ष के लिए होता है, एक वर्ष की अवधि के बाद आप पुनः फोकट में लाइसेन्स प्राप्त कर सकते हैं। यह आपको रियल-टाइम (real-time) सुरक्षा देता है, यानि कि यदि कोई वॉरस संक्रमित फाइल जैसे ही आपकी हार्ड-डिस्क पर आएगी यह तुरंत ही उसको पकड़ लेगा। यह पॉप3/आईमैप (POP3/IMAP) ईमेल और चैट सॉफ़्टवेयरों से आने वाले वॉयरसों से भी सुरक्षा देता है। कंप्यूटर के रिसोर्स अधिक नहीं खाता। सुन्दर दिखने के लिए इसके पास थीम का जुगाड़ है और इसकी वेबसाइट से आप कई सारी थीम फोकट में डाउनलोड कर सकते हैं।
एवीजी एन्टीवॉयरस फ्री एडिशन (AVG Anti-Virus Free Edition): यह एक हल्का और कम रिसोर्स खाने वाला फोकट एन्टीवॉयरस सॉफ़्टवेयर है। यह भी आपको रियल-टाइम (real-time) सुरक्षा और ऑटोमैटिक अपडेट की सुविधा देता है। एक अच्छा जुगाड़ लेकिन ज़ाती तौर पर मुझे खास पसंद नहीं।
अवीरा एन्टीवीर पर्सनल (Avira AntiVir Personal - Free Antivirus): यह फोकटी एन्टी-वॉयरस आपको वॉयरसों, वॉर्म्स (worms) और ट्रोजन्स (trojans) से तो सुरक्षा प्रदान करता ही है, साथ ही यह फिशिंग (phishing) और रुटकिट्स (rootkits) से भी सुरक्षा प्रदान करता है। कंप्यूटर रिसोर्स थोड़े अधिक खाता है और पॉप3/आईमैप (POP3/IMAP) ईमेल तथा चैट सॉफ़्टवेयरों से आने वाले वॉयरसों से सुरक्षा नहीं प्रदान करता।
क्लैमविन (ClamWin): यूनिक्स/लिनक्स (Unix/Linux) के लिए क्लैमएवी (ClamAV) नाम के फोकटी एन्टीवॉयरस सॉफ़्टवेयर का यह वर्ज़न बिल्लू दी खिड़की यानि कि माइक्रोसॉफ़्ट विन्डोज़ (Microsoft Windows) के लिए है। यह फोकटी एन्टीवॉयरस सॉफ़्टवेयर पूरी तरह फोकटी है और आप इसको जिस मर्ज़ी जगह प्रयोग कर सकते हैं, अपने निजि उपयोग के लिए और व्यवसायी उपयोग के लिए भी। यह मेरे ख्याल से अकेला मुक्त स्रोत (open source) एन्टीवॉयरस सॉफ़्टवेयर। जीएनयू जीपीएल (GNU GPL) के अंतर्गत लाइसेन्सड यह सॉफ़्टवेयर बाकी खिलाड़ियों जितना शक्तिशाली तो नहीं है लेकिन एक अच्छा विकल्प है। इस पर काफ़ी समय से मेरी नज़र है और समय के साथ इसमें कई सुविधाएँ जुड़ी हैं। यह बिलकुल हल्का सॉफ़्टबेयर है और रिसोर्स अधिक नहीं चूसता।
कोमोडो एन्टीवॉयरस (Comodo AntiVirus): यह एक अच्छा फोकटी एन्टीवॉयरस है जिसमें सुविधाओं की कमी नहीं है। ऑटोमैटिक अपडेट से लेकर रियल टाइम सुरक्षा आदि सभी यह प्रदान करता है, वॉर्म्स आदि से भी सुरक्षा प्रदान करत है और आपको स्कैन स्केड्यूल (scan schedule) भी करने देता है जिससे आप एक निश्चित तिथि और समय सैट कर सकते हैं जब यह अपने आप आपके कंप्यूटर को स्कैन करेगा। ईमेल स्कैन करने की सुविधा भी इसमें है, चैट स्कैन करने की भी होती तो और बेहतर होता, कंप्यूटर रिसोर्स पर भी यह भारी नहीं है।
थ्रेटफॉयर (ThreatFire): भूतकाल में साइबरहॉक (CyberHawk) के नाम से प्रचलित यह एक अन्य फोकटी एन्टीवॉयरस सॉफ़्टवेयर है जो ज़रा हट के है। क्या हट के है? अन्य एन्टीवॉयरस सॉफ़्टवेयरों की तरह यह पूर्व-ज्ञात वॉयरस सिग्नेचर/डेफिनिशन फाईलों पर ही नहीं टिका रहता बल्कि निरंतर कंप्यूटर पर नज़र रखता है कि कहीं कोई संदेहास्पद गतिविधि तो नहीं हो रही। इसकी इसी खूबी के कारण यह ज़ीरो-डे (Zero Day) सुरक्षा भी देता है, यानि कि उन वॉयरस और मालवेयर (malware) से सुरक्षा जो एकदम नए-ताज़े मैदान में आते हैं और जिनका तुरंत कोई उपाय उपलब्ध नहीं होता। कंप्यूटर रिसोर्स पर भी यह काफ़ी हल्का है, ज्ञात और अज्ञात दोनों ही खतरों और रुटकिट्स (rootkits) से सुरक्षा प्रदान करता है तथा यह दूसरे एन्टीवॉयरस सॉफ़्टवेयरों के साथ भी काम करता है यानि कि यदि आप पहले से कोई एन्टीवॉयरस सॉफ़्टवेयर प्रयोग कर रहे हैं तो उसको हटाने की आवश्यकता नहीं है। यह घुटे हुए तकनीकी प्रयोक्ताओं के लिए एडवांस्ड कॉन्फिगुरेशन (configuration) और कस्टम रूल सैटिंग (custom rule setting) की भी सुविधा देता है। इसको बनाने वाली कंपनी फोकट में ईमेल और वेब हैल्प डेस्क (help desk) द्वारा सपोर्ट भी देती है।
इनके अतिरिक्त भी निम्न फोकटी एन्टीवॉयरस सॉफ़्टवेयर हैं जिनको आप विकल्प के तौर पर देख सकते हैं:
पीसी टूल्स एन्टीवॉयरस फ्री एडिशन (PC Tools AntiVirus Free Edition): यह भी एक फोकटी एन्टीवॉयरस सॉफ़्टवेयर है जो कि आपको कई सुविधाएँ प्रदान करता है जिनमें ऑटोमैटिक अपडेट और रियल टाइम सुरक्षा शामिल हैं।
बिटडिफेन्डर फ्री एडिशन (BitDefender Free Edition): यह भी एक कमर्शियल सॉफ़्टवेयर का फोकटी वर्ज़न है। साज-सज्जा आदि से प्रोफेशनल सॉफ़्टवेयर की झलक मिलती है लेकिन सुविधाओं के मामले में यह फोकटी वर्ज़न कुछ खास नहीं है।
फॉयरवॉल (Firewall) : बिल्लू दी खिड़की यानि कि माइक्रोसॉफ़्ट विन्डोज़ (Microsoft Windows) पर्सनल कंप्यूटर बाज़ार में सबसे अधिक प्रयोग होने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है। यही कारण है कि दुनिया भर में क्रैकर आदि इसमें नई-२ खामियाँ ढूँढ उनको अपने हित के लिए प्रयोग करते हैं। इन सबसे बचने के लिए एन्टीवॉयरस सॉफ़्टवेयर ही काफ़ी नहीं; यदि आपका कंप्यूटर इंटरनेट से जुड़ा हुआ है तो एकाध अच्छी फॉयरवाल होना आवश्यक है। बचाव के लिहाज़ से विन्डोज़ में जो फॉयरवाल लगी हुई आती है उसमें कोई खास दम नहीं होता, इसलिए बेहतर यही है कि दूसरी फॉयरवाल जुगाड़ी जाए और विन्डोज़ वाली को निष्क्रिय कर दिया जाए। इस मामले में मुझे ज़ोन अलार्म का फोकटी वर्ज़न सही लगता है जो कि आपके कंप्यूटर पर चलने वाले किसी भी सॉफ़्टवेयर को इंटरनेट से जोड़ने से पहले आपसे पूछता है और आपके कहे अनुसार काम करता है। इसी तरह यह बाहर से आने वाले हमलों से भी बचाता है, आपकी विन्डोज़ को असुरक्षित बनाने वाले खुले छिद्रों यानि कि पोर्ट्स को बंद करता है। यह कंप्यूटर के रिसोर्स भी कम खाता है और काम बढ़िया करता है। विकल्प के तौर पर कोमोडो फॉयरवाल भी है।
स्पाईवेयर/मालवेयर रिमूवर (Spyware/Malware remover) : इस काम के लिए तो अपने को फोकटी में एड-अवेयर ही बढ़िया लगता है, बिना झंझट सब साफ़ कर देता है।
ऑफिस सुईट (Office Suite) : इसमें कोई दो राय नहीं, फोकट के मामले में तो ओपन ऑफिस (Open Office) सबसे बढ़िया जुगाड़ है।
ब्राउज़र (Browser) : मुख्यधारा के सभी ब्राउज़र फोकट ही हैं चाहे इंटरनेट एक्सप्लोरर (IE7) हो या फायरफॉक्स (FireFox) या ऑपरा (Opera) जो कि आरंभ में फोकटी नहीं होता था। यदि इंटरनेट एक्सप्लोरर का रेन्डरिंग इंजन आपको पसंद है लेकिन उसमें आप फायरफॉक्स जैसी सुविधाएँ चाहते हैं तो मैं सुझाव दूँगा कि एक बार मैक्सथन (Maxthon) का प्रयोग अवश्य करके देखें, यह फायरफॉक्स से बढ़िया है और कई आवश्यक चीज़ें जो फायरफॉक्स में अलग से लगानी पड़ती हैं वे इसमें पहले से ही लगी हुई आती हैं।
ऑर्काईव/ज़िप सॉफ़्टवेयर (Archive/Zip Software) : ज़िप (zip) अथवा रार (rar) फाइल बनाने या खोलने के लिए विनज़िप या विनरार जैसे कमर्शियल सॉफ़्टवेयर का प्रयोग छोड़ दें और फोकटी सॉफ़्टवेयर 7-zip को अपनाएँ। यह ज़िप (zip) तथा रार (rar) फाइलों के अतिरिक्त अन्य ऑर्काईव फॉर्मेटों को भी खोल सकता है और इसका अपना 7z फॉर्मेट भी है जो कि ज़िप फॉर्मेट के मुकाबले अधिक कंप्रैशन (compression) देता है और फाइलों के यूनिकोड नाम भी सपोर्ट करता है। इसमें आप अपने आप ही खुल जाने वाले सेल्फ-एक्सट्रैक्ट (self-extract) पैकेज भी बना सकते हैं। चूंकि यह फोकटी और मुक्त स्रोत (open source) है इसलिए इसमें कोई विज्ञापन आदि भी नहीं मिलेंगे और यदि आप विजुअल सी++ (Microsoft Visual C++ 6.0) में प्रोग्रामिंग जानते हैं तो इसके सोर्स कोड में अपने अनुसार बदलाव कर इसको अपनी इच्छा अनुसार भी बना सकते हैं।
म्यूज़िक प्लेयर (Music Player) : कंप्यूटर पर संगीत आदि सुनने के लिए विनऐम्प (winamp) से बढ़िया कोई जुगाड़ नहीं। वर्षों से यह फोकटी सॉफ़्टवेयर लाखों लोगों को गाने सुनाता आ रहा है, इसके लिए सैकड़ों फोकट की थीम और अनेकों अलग-२ कार्य करने वाले प्लगिन उपलब्ध हैं। अगर आपको आईट्यून्स (iTunes) जैसा ज्यूकबॉक्स सॉफ़्टवेयर चाहिए तो उसके लिए foobar2000 सबसे बेहतर फोकटी जुगाड़ उपलब्ध है।
वीडियो प्लेयर (Video player) : वीडियो चलाने के मामले में वीएलसी प्लेयर (VLC Player) एक बेहतरीन फोकटी सॉफ़्टवेयर है। वीएलसी प्लेयर का सबसे बढ़िया लाभ यह है कि यह किसी भी एनकोडिंग (encoding) की वीडियो फाइल चला सकता है बिना उस कोडेक (codec) की आपके कंप्यूटर पर मौजूदगी के। विकल्प के तौर पर एक अन्य बेहतरीन मीडिया प्लेयर सॉफ़्टवेयर है मीडिया प्लेयर क्लॉसिक (Media Player Classic), इसे विन्डोज़ मीडिया प्लेयर न समझें यह एक ओपन सोर्स सॉफ़्टवेयर है। परन्तु इसमें वीडियो आप तभी चला सकते हैं जब उस वीडियो का कोडेक आपके कंप्यूटर पर मौजूद हो। लेकिन कोडेक के लिए आपको टेन्शन लेने की आवश्यकता नहीं क्योंकि उसके लिए आप डाउनलोड और इंस्टॉल कीजिए के-लाइट मेगा कोडेक पैक (K-Lite Mega Codec Pack) जो कि एक फोकटी कोडेक पैक है जो कि आपके कंप्यूटर पर सभी वीडियो और ऑडियो कोडेक इंस्टॉल कर देगा जिससे आप किसी भी तरह की वीडियो अथवा ऑडियो फाइल का आनंद ले पाएँगे। मीडिया प्लेयर क्लॉसिक भी इसी कोडेक पैक के साथ आता है इसलिए आपको उसे अलग से डाउनलोड करने की आवश्यकता नहीं, बस इस कोडेक पैक को डिफॉल्ट (default) सैटिंग पर इंस्टॉल कीजिए और निश्चिंत हो जाईये।
पीडीएफ़ रीडर (PDF Reader) : क्या आप आज भी अडोबी रीडर को प्रयोग कर रहे हैं? भूल जाईये उसे और प्रयोग कीजिए फॉक्सिट रीडर (Foxit Reader) को जो कि पीडीएफ़ फाइलें पढ़ने के लिए एक फोकट का जुगाड़ है और बिजली सी तेज़ गति से तुरंत खुलता है, अडोबी रीडर की भांति साल भर इंतज़ार नहीं कराता। और अब तो फॉक्सिट रीडर में टैब की सुविधा भी आ गई है यानि कि आप एक से अधिक पीडीएफ़ फाइलें एक ही खिड़की में खोल के रख सकते हैं।
पीडीएफ़ राइटर (PDF Writer) : क्या आपको पीडीएफ़ फाइलें बनानी हैं और वह भी फोकट में? महंगे अडोबी एक्रोबैट की एडवांस सुविधाएँ यदि आपको नहीं चाहिए और सिर्फ़ पीडीएफ़ फाइल बनानी हैं तो आपके पास फोकटी के विकल्प मौजूद हैं। पीडीएफ़ क्रिएटर (PDFCreator) एक फोकट का ओपन सोर्स सॉफ़्टवेयर है जो कि आपको हर उस सॉफ़्टवेयर से पीडीएफ़ बनाने देता है जिस सॉफ़्टवेयर से आप प्रिंट कर सकते हैं। यानि कि आप किसी वेब पेज को पीडीएफ़ में बदल सकते हैं(जैसे किसी लेख आदि को जिसे आप सहेज कर रखना चाहते हों), अपने किसी वर्ड डॉक्यूमेन्ट अथवा एक्सेल शीट को भी पीडीएफ़ में तब्दील कर सकते हैं। विकल्प के तौर पर क्यूट पीडीएफ़ राइटर (CutePDF Writer), पीडीएफ़995 (Pdf995) और प्राइमो पीडीएफ़ (PrimoPDF) उपलब्ध हैं।
इमेज एडिटर (Image Editor) : यदि आप अडोबी फोटोशॉप आदि जैसे कमर्शियल इमेज एडिटिंग सॉफ़्टवेयर का फोकटी विकल्प देख रहे हैं तो जिम्प (GIMP) से बढ़िया कोई फोकटी जुगाड़ आपको कदाचित् ही मिले। यह ओपन सोर्स सॉफ़्टवेयर फोकटी जुगाड़ के रुप में बेहतरीन है और इसमें अतिरिक्त सुविधाओं को प्रदान करने के लिए सैकड़ों फोकटी प्लगिन उपलब्ध हैं। विकल्प के तौर पर पेन्ट डॉट नेट (Paint.net) के रुप में एक अन्य बढ़िया फोकटी जुगाड़ उपलब्ध है। यह भी एक ओपन सोर्स सॉफ़्टवेयर है जिसे कि कुछ पूर्वस्नातक (under-graduate) कॉलेज छात्रों ने माइक्रोसॉफ़्ट की छत्रछाया में अपने प्रोजेक्ट के लिए बनाया था विन्डोज़ के साथ आने वाले पेन्ट सॉफ़्टवेयर के विकसित वर्ज़न के रुप में और आज इसको उन्हीं छात्रों के समूह के कुछ प्रोग्रामर विकसित करते हैं। यह जिम्प जितना विकसित नहीं है लेकिन आम इमेज एडिटिंग आवश्यकताओं के लिए एक अच्छा सॉफ़्टवेयर है।
फोटो मैनेजर (Photo Manager) : सभी डिजिटल फोटो आदि को मैनेज करने के लिए गूगल बाबा का पिकासा (Picasa) एक बेहतरीन सॉफ़्टवेयर है।
फाइल रिकवरी (File Recovery) : क्या आपसे कोई आवश्यक फाइल अनजाने में डिलीट हो गई और वह आपके कंप्यूटर के कूड़ेदान (Recycle Bin) से भी साफ़ हो गई? तो इसमें घबराने की कोई बात नहीं है और महंगे फाइल रिकवरी सॉफ़्टवेयरों के दाम देख अपनी जेबों को टतोलने की भी आवश्यकता नहीं है। डिलीट हो चुकी फाइलों को वापस प्राप्त करने के लिए पेश है फोकट का जुगाड़ रुकूवा (Recuva); इसे किसी जड़ी-बूटी हर्बल दवा आदि से कंनफ्यूज़ न करें, यह एक फोकट का सॉफ़्टवेयर है जो कि आपकी डिलीट हो चुकी फाइलों को वापस पाने में आपकी सहायता कर सकता है।
फाइल कॉपी (File Copy/Paste) : फाइलें आदि एक फोल्डर से दूसरे फोल्डर अथवा एक ड्राइव से दूसरी ड्राइव में स्थानांतरित या कॉपी करने के लिए विन्डोज़ का घरेलू ड्राइवर बहुत ही सुस्त और ढीले टाइप का है, बहुत टाइम लेता है। यदि बड़ी फाइल कॉपी कर रहे हैं तो कंप्यूटर पर अमूमन कुछ अन्य काम करना तो भूल ही जाईये उस दौरान, और यदि बीच में एकाएक कंप्यूटर पर कुछ करने की नौबत आ जाए तो कॉपी को रद्द करना पड़ता है और फिर शुरु से दोबारा चालू करना पड़ता है। अब इन्हीं सभी मर्ज़ों की दवा है टैराकॉपी जो कि विन्डोज़ के लिए एक ड्राईवर है जिसके द्वारा बड़ी फाइलों को कॉपी-पेस्ट (copy-paste) करने में समय तो कम लगता ही है, साथ ही आप कॉपी हो रही फाइल को बीच में ही रोक सकते हैं, अपना कुछ अन्य कार्य करना चाहते हैं तो वह कर सकते हैं और बाद में पुनः कॉपी को चालू कर सकते हैं वहीं से जहाँ वह रोकी गई थी। साथ ही आप कंप्यूटर में अलग-२ जगहों से कॉपी कर अलग-२ जगह पर चिपका सकते हैं, सभी फाइल एक कतार में लग जाएँगी और एक के बाद एक कॉपी होती जाएँगी, कौनो टेन्शन ही नहीं। इंस्टॉल करने पर यह विन्डोज़ के घरेलू ड्राइवर की जगह अपने को डिफॉल्ट ड्राइवर सैट कर सकता है ताकि आपको इसे अलग से चलाने का झंझट ही न हो, यदि आपको यह पसंद न आए तो इसको अन-इंस्टॉल कर दें और आपका विन्डोज़ का पुराना ड्राइवर वापस अपनी जगह पर आ जाएगा।
आशा है कि आप सभी इन मुफ़्त के सॉफ़्टवेयरों का प्रयोग कर इनका लाभ उठाएँगे।